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अग्निपथ योजना के विरोध में यूपी में शनिवार को भी कई जिलों में बवाल हुआ। जौनपुर में छात्रों ने जमकर उपद्रव किया तो चंदौली में रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के चैंबर और केबिन में आग लगा दी। जौनपुर में स्थिति को संभालने केलिए वरिष्ठ अधिकारियों को मोर्चा संभालना पड़ा। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि उपद्रव में शामिल लोगों की शिनाख्त की जा रही है। जो भी बाहरी तत्व या संगठन इसमें शामिल रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
अलीगढ़ में 9 कोचिंग संचालकों को भड़काने के आरोप में जेल भेजा गया है। वहीं कानपुर में सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में शनिवार को तीसरे दिन भी युवाओं ने जगह जगह प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सौरिख कट के पास शनिवार की सुबह से छिबरामऊ, तालग्राम, नगदपुर, बहादुरपुर, सौरिख और घिलोइ के युवा अग्निपथ योजना के विरोध में पहुंच गए। यहां जमकर हंगामा किया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा। प्रदर्शन के दौरान युवाओं की कई बार पुलिस और प्रशासनिक अफसरों से नोकझोंक हुई। पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ीं।
जौनपुर में भी आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की गई। यहां अग्निपथ योजना के विरोध में रोडवेज की दो बसें, पुलिस की जीप और दो बाइकें आग के हवाले कर दी गईं। यहां राज्य सूचना आयुक्त प्रमोद तिवारी के काफिले में शामिल स्कोर्ट वाहन पर भी छात्रों ने हमला कर दिया। इस दौरान आधा दर्जन से अधिक छोटे-बड़े वाहन क्षतिग्रस्त हुए और 24 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। बदलापुर में थानाध्यक्ष सिंगरामऊ कमलेश कुमार कन्नौजिया को भीड़ ने घेर लिया। उपद्रवी युवा पथराव कर रहे थे। इस पर थानाध्यक्ष ने हवा में छह राउंड फायरिंग की।
वहीं कासगंज में युवाओं ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। बाईपास मार्ग पर युवाओं ने जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें गांव की गलियों में दौड़ा दिया। विरोध प्रदर्शन के चलते अतरौली मार्ग और बाईपास मार्ग पर पांच घंटे तक तनाव का माहौल बना रहा। मैनपुर में भी शनिवार को दोपहर बाईपास पर एकत्रित युवाओं ने रोडवेज बस पर पथराव कर दिया। इससेे उसका शीशा टूट गया और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। पथराव में दो होमगार्ड चोटिल हो गए। फोर्स के आने पर युवा भाग गए।
18 जिलों में उपद्रव, 12 जिलों में 29 एफआइआर दर्ज, 340 गिरफ्तार
अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे बवाल में अब तक 340 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक अब तक 18 जिलों से प्रदर्शन व उपद्रव की खबर है। इसमें 12 जिलों में कुल 29 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन मुकदमों में 340 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 145 की गिरफ्तारी शांति भंग की आशंका में की गई है।
16 जून से लेकर अब तक अग्निपथ योजना के विरोध में 18 जिलों में प्रदर्शन हुआ है। इसमें बुलंशहर, फिरोजाबाद, बलिया, जौनपुर, गाजियाबाद, रायबरेली, मथुरा, अलीगढ़, कुशीनगर, आगरा, बाराबंकी, वाराणसी कमिश्नरेट, गौतमबुद्घनगर कमिश्नरेट, गोरखपुर, देवरिया, मिर्जापुर, चंदौली और कन्नौज में प्रदर्शन हुए हैं। पुलिस मुख्यालय को शनिवार शाम सात बजे तक भेजी गई रिपोर्ट में बुलंदशहर, गाजियाबाद, रायबरेली, कुशीनगर, बाराबंकी और कन्नौज में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। जबकि गोरखपुर, देवरिया और फिरोजाबाद में एक-एक एफआईआर दर्ज हुई है, लेकिन गिरफ्तारी किसी की नहीं हुई है।
सबसे अधिक सात एफआईआर जौनपुर में हुई है यहां 41 लोग गिरफ्तार हुए हैं। बलिया में 109 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन यह गिरफ्तारी शांति भंग की आशंका में हुई है। वाराणसी कमिश्नरेट, मथुरा और अलीगढ़ में चार-चार एफआईआर दर्ज की गई है। वाराणसी में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अलीगढ़ में 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मथुरा में 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इसमें शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार किए गए 27 लोग शामिल हैं। मिर्जापुर में 20, नोएडा में 15 और आगरा में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।